उत्तरकाशी। खीरगंगा का भयावह रूप को देखकर भयभीत धराली के लोगों ने बाजार में मौजूद लोगों को सावधान करने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। पानी ओर उसके साथ मलवे की रफ्तार इतनी तीव्र थी कि कुछ ही क्षणों में खीरगंगा के सैलाब ने वहां मौजूद सभी लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। धराली बाजार का ज्यादातर हिस्सा नक्शे से गायब हो गया, वहीं काफी लोग मलबे में दब गए।
धराली बाजार में सबकुछ सामान्य था। बाजार में बने होटलों और होम स्टे में रोजाना की तरह लोग अपने-अपने कामों में लगे थे। बाजार में बाहर से आए यात्री होटलों और होम स्टे में रात गुजारने की तैयारी में थे। मौजूद यात्री व स्थानीय लोग कोई खाना खा रहा था, तो कोई सो रहा था तथा कई लोग बाजार में टहल कर धराली के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठा रहे थे। किसी भी व्यक्ति को नहीं पता था कि अगले ही पल क्या होने वाला है।
समय करीब दोपहर करीब 1:50 बजे का था, जब खीरगंगा में जलजला आते ही सबकुछ बदल गया। धराली की दूसरी ओर खड़े लोगों ने खीरगंगा में उफान आता देख वहां मौजूद लोगों को सीटियां बजाकर और शोर मचाकर सावधान करने का प्रयास किया, परन्तु जब तक लोगों की समझ मे कुछ आता तब तक खीरगंगा का पानी और मलबा धराली पहुंच गया और वहां मौजूद लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिल पाया।
अगले कुछ ही पलों के अंतराल में खीरगंगा के सैलाब ने धराली बाजार को आगोश में ले लिया और पलभर में ही पूरा बाजार मलबे के ढेर में बदल गया। दर्जनों होटल और होम स्टे इस जलजले में बह गए। काफी लोग लापता बताए जा रहे हैं। कितनी जनहानि हुई है, इसका कोई अनुमान अभी तक नहीं लग पाया है। खीरगंगा के उफान ने धराली बाजार का नक्शा ही बदल दिया। अपनी प्राकृतिक सुदरता के लिए मशहूर धराली फिलहाल तबाही की तस्वीर बनकर रह गया है।
गंगोत्री हाईवे पर वाहनों का आवागमन ठप
धराली में खीरगंगा के उफान से गंगोत्री हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा मलबे में दब गया, इससे हाईवे पर यातायात ठप हो गया। झाला से लेकर धराली तक जगह-जगह मलबा आने से यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। हर्षिल में बने हेलीपैड के पास भी मलबा आने से हाईवे बंद है, इससे गंगोत्री धाम की यात्रा पर भी ब्रेक लग गया है तथा सभी को सुरक्षित स्थान पर रोक दिया गया है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण सड़कों को खोलने के प्रयास जारी है, परन्तु सफल नहीं हो पा रहे हैं। खीरगंगा में आए उफान के बाद कई वाहन मलबे में दब गए हैं तथा दर्जनों यात्री वाहन में फंसे हुए है, जबकि भटवाड़ी वाले छोर से यात्री आगे नहीं जा पा रहे। जहाँ स्थिति जस की तस बनी हुई है। लगातार बारिश की वजह से दिक्कत हो रही है यदि मौसम ने साथ दिया तो एक या दो दिन में आवागमन सुचारु हो जाएगा।